जनपद में बाल श्रम की दिनों दिन बढ़ती समस्या के विरूद्ध श्रम विभाग, देहात संस्था, चाईल्ड लाईन-1098, प्रथम, जिला प्रोबेशन विभाग एवं जिला बाल संरक्षण ईकाई के संयुक्त तत्वावधान में थाना जरवल रोड, कैसरगंज, कोतवाली देहात, कोतवाली नगर एवं दरगाह थाना क्षेत्रों में सघन रूप से “बाल श्रम उन्मूलन अभियान” का संचालन किया गया। जिसमें पानी टंकी से अस्पताल चौराहा, डिगिहा, छावनी, रोडवेज, किसान डिग्री कालेज से टिकोरा मोड़, जरवल एवं कैसरगंज के सभी बाल श्रमिक संभावित प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कर कुल 48 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया। मुक्त कराये गये बाल श्रमिक 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के हैं। बाल श्रम के विरूद्ध हुई इस औचक कार्यवाही से बाल श्रमिक नियोजकों में हड़कंप की स्थिति है। बताते चलें कि इस पूरे अभियान की सूचना पूर्णतया गोपनीय रखी गयी थी।
मुक्त कराये गये बाल श्रमिकों को कोविड से बचाव हेतु तत्काल मास्क उपलब्ध कराए गए और सैनीटाईज कराया गया। पुलिस अधीक्षक बहराइच विपिन कुमार मिश्र ने बताया कि बाल श्रम के जरिए बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। जिन भी नियोजकों के यहां से बाल श्रमिक मुक्त कराए गए हैं उनके विरूद्ध बाल श्रम अधिनियम-2016, बंधुआ मजदूरी अधिनियम, किशोर न्याय अधिनियम एवं अनैतिक देह व्यापार अधिनियम आदि कानूनों के अंतर्गत मुकदमें दर्ज किए जाएंगे। बताते चलें कि इस अभियान के लिये कुल 7 टीमों का गठन किया गया था। जिसमें एक-एक उप निरीक्षक, 5-5 कांस्टेबल, संबंधित सरकारी विभागों, चाईल्ड लाईन एवं स्वैच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया था। अभियान में शामिल देहात संस्था एवं चाईल्ड लाईन के निदेशक डा0 जितेन्द्र चतुर्वेदी ने बताया कि मुक्त बाल श्रमिकों का कोविड टेस्ट व मेडिकल करवाकर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर परिजनों के संरक्षण में दिया जा रहा है। अभियान में श्रम प्रवर्तन अधिकारी रिजवान, चाईल्ड लाईन कोआर्डिनेटर देवयानी, देहात संस्था की स्वरक्षा परियोजना की इंटरवेंशन अधिकारी अस्मिता सरकार, महिला उप निरीक्षक प्रियंका सिंह, महिला थाना प्रभारी मंजू , जिला प्रोबेशन अधिकारी सुशील कुमार, बाल संरक्षण अधिकारी शिवका मौर्या, प्रथम संस्था के अश्विनी, चंद्रेश आदि शामिल रहे।
Source – http://soochnasansar.com/no-child-labor-campaign-against-child-labor-48-child-labor-freed/